Vilas Muttemwar / विलास मुत्तेमवार

विलास मुत्तेमवार

पूर्व केंद्रीय मंत्री

७ बार चुने गए लोकसभा सदस्य , २ बार केंद्रीय मंत्री 

राष्ट्रीय कांग्रेस के महासचिव भूतपूर्व सांसद श्री विलास मुत्तेमवार भूतपूर्व प्रधामंत्री इंदिरा गांधी के कटटर समर्थक रहे हैं. कांग्रेस पार्टी से उनकी अटूट निष्ठा है. विदर्भ विकास के प्रति कटिबध्द श्री मुत्तेमवार गोसीखुर्द तथा मिहान जैसे बडे प्रकल्पों के शिल्पकार रहे हैं.

आम आदमी की बुलंद आवाज

चंद्रपूर जिले के सिंदेवाही गांव में नागपुर के सांसद श्री विलास मुत्तेमवार का जन्म 22मार्च 1949 को एक गरीब किसान परिवार में हुआ..जन्म के कुछ समय बाद ही मां कमलाबाई का साया उनके सिर से उठ गया. पिता श्री बाबूरावजी मुत्तेमवार जीवन से संघर्ष करते हुए रोजगार की तलाश में नापपुर आए. श्री विलास मुत्तेमवार ने नागपुर के महल स्थित न्यू राजेंद्र हाईस्कूल में स्कूली शिक्षा ग्रहण की. राजेंद्र स्कूल का यह छात्र भविष्य में नागपुर को अंतरराष्ट्रीय वैभव प्रदान करेगा,इसकी किसी कों कल्पना भी नहीं होगी.

जुडे पत्रकारिता से

जनसंघर्ष से जुडे श्री विलास मुत्तेमवार ने पत्रकारिता क्षेत्र मेें कदम रखा. जनसंघर्ष के लिए यह उचित माध्यम होगा यह सोचकर उन्होंने लोकतंत्र के चौथे स्तंभ पत्रकारिता का पेशा अपनाया. अपनी प्रखर कलम से वे सामाजिक चेतना जगाते रहे. साथ ही पत्रकारों के हित संगोपन के लिए नागपुर श्रमिक पत्रकार संघ से जुडे.वे संगठन सचिव बने.

छात्र आंदोलन की उठाई मशाल

 राजेंद्र स्कूल से स्कूली शिक्षा लेने के बाद श्री मुत्तेमवार ने हिस्लॉप महाविद्यालय से बी.कॉम. की उपाधि हासिल की. कॉलेज में अध्ययनरत रहते हुए उन्होंने छात्र आंदोलन की मशाल उठाई. नागपुर के छात्र आंदोलन को उन्होंनेे एक नई दिशा देते हुए विदर्भ को प्रखर नेतृत्व का परिचय दिया. लोेगों के हित में निरंतर संघर्षरत श्री मुत्तेमवार 7 जनवरी 1972 को  छाया दुरूगकर  से विवाहबध्द हुए. जनआंदोलन को समर्पित उनका आरंभिक पारिवारिक जीवन संघर्षमय रहा और उनकी सुविज्ञ पत्नी श्रीमती छाया उनके हर संकट में साये की तरह साथ निभाते हुए उन्हें प्रोत्साहित करती रहीं.

आंदोलन में खाई लाठियां

छात्र संगठन का काम करते समय उन पर कांग्रेस का काफी प्रभाव रहा. यही कारण है की जब श्रीमती इंदिरा गांधी संकटकाल से गुजर रही थीं, तब श्री मुत्तेमवार ने उनके पीछे विदर्भ से युवा शक्ति खडी करने का महती कार्य किया. वे इंदिरा गांधी समर्थन कृति समिती के संस्थापक संयोजक रहे. केंद्र में जब जनता पार्टी की सत्ता आई,तब श्रीमती इंदिरा गांधी को िगिरफ्तार करने का प्रयास हुआ. मुत्तेमवार ने जनता पार्टी के खिलाफ विदर्भ में जन आंदोलन खडा कर अपने नेतृत्व का प्रखर परिचय दिया. आंदोलन के दौरान उन्होंने पुलिस की लाठियां भी झेलीं,लेकिन वे कदापि विचलित नहीं हुए और सतत संघर्ष करते रहे. विद्यार्थी,कामगार और किसानों के शोषण के विरूध्द आवाज बुलंद करने वाले श्री मुत्तेमवार कांग्रेस के जमीनी कार्यकर्ता रहे हैं.

इंदिराजी के रहे विश्वासपात्र

श्री विलास मुत्तेमवार विदर्भ से इंदिराजी के विश्वासपात्र कार्यकर्ताओं में अग्रणी रहते थे. राजनीति में अपना सिक्का जमाने वाले श्री मुत्तेमवार 1980 में चिमूर से कांग्रेस की टिकट पर लोकसभा के लिए पहली बार चुने गए. 1984 में जनता के आग्रह पर दुसरी बार वे लोकसभा में पहुंचे. 1985-86 में संसद की नियोजन समिती के सदस्य रहे. लोकप्रियता के चलते 1991 में भी वे तीसरी बार चिमूर से लोकसभा के लिए निर्वाचित हुए. विदर्भ की सिंचाई व्यवस्था से उव्दिग्न होकर पूर्व विदर्भ के किसानों के लिए सिंचाई व्यवस्था उपलब्ध कराने की दृष्टि से उनके सार्थक प्रयासों से गोसीखुर्द प्रकल्प साकार हुआ. उल्लेखनीय हैं कि उनके आग्रह पर ही श्री राजीव गांधी ने गोसीखुर्द परियोजना का भूमिपूजन किया था. गोसीखुर्द परियोजना में हो रहे विलंब को देखते हुए उन्होंने इसे राष्ट्रीय परियोजना में शामिल करवाया. 1995 में श्री मुत्तेमवार पहली बार पी.वी. नरसिम्हाराव सरकार में ग्रामीण विकास राज्यमंत्री के रूप में शामिल हुए. ग्रामीण विकास मंत्री रहते हुए उन्होंने ग्रामीण विकास का बीडा उठाया. ग्रामीण क्षेत्र में केंद्र सरकार की अनेक योजनाएं कार्यान्वित करने का प्रयास उन्होंने किया. 1998, 1999 और 2004 में नागपुर से ही निर्वाचित हुए. 2009 में राजनीतिक संक्रमणकाल में भी वे नागपुर से पुन: लोकसभा पहुंचे. 

अपारम्परिक ऊर्जा मंत्रालय की पहचान

2004 में अपारम्परिक ऊर्जा मंत्रालय का स्वतंत्र प्रभार श्री मुत्तेमवार को सोंपा गया था. उन्होंने सदा उपेक्षित अपारम्परिक ऊर्जा मंत्रालय को एक नई पहचान दिलाई.परिणामस्वरूप 4 नवंबर 2005 को इस मंत्रालय को इस आस्ट्रेिलया के मेलबर्न में वर्ल्ड वाइड एनर्जी अवार्ड प्रदान किया गया. देश का नाम वैश्विक स्तर पर ले जाने का काम उनके कार्यकाल में हुआ.

अपारम्परिक ऊर्जा मंत्रालय में शानदार काम करने वाले श्री मुत्तेमवार को विश्व के कई देशों में पहचान मिली. उन्होंने मंत्रालय में काम का आदर्श पेश किया.वे प्रेस काऊंसिल ऑफ इंडिया के सदस्य,संसदीय स्थायी समिती के चेयरमैन बने. यहां पर भी उन्होंने अपनी कार्यशैली का परिचय देकर मापदंड तय किए. वे सरकार और संगठन दोनों में प्रभावशाली रहे. राष्ट्रीय कांग्रेस के सहसचिव थे और बाद में वह राष्ट्रीय कांग्रेस के महासचिव बने. वे महाराष्ट्र प्रदेश युवा कांग्रेस के अध्यक्ष भी थे. आम आदमी की बुलंद आवाज से परिचित मराठी दैनिक जनवाद के वे संस्थापक सम्पादक रहे. अनेक मराठी दैनिकों में उनके लेख समय समय पर प्रकाशित होते रहते  हैं. लेखन,संगीत और नाटक उनके व्यक्तित्व की पहचान हैं. स्थानीय खेल संगठनों के वे आज भी पदाधिकारी हैं. देसी खेलों में उनकी विशेष रूचि हैं. नेहरू मंडल खेल संगठन के महामंत्री,मराठा लांसर के वे अध्यक्ष हैं. नागपुर में अंतरराष्ट्रीय मैराथन का आयोजन करते आये है.

नागपुर विकास के रोल मॉडल

नागपुर के विकास में उनका अहम योगदान हैं. नागपुर विमानतल को अंतरराष्ट्रीय दर्जा दिलाने और नामकरण डा. बाबासाहब आम्बेडकर करने में उनकी भूमिका अविस्मरणीय हैं. नागपुर में मिहान सेज को मान्यता दिलाने और कम्पनियों को आकर्षित करने के लिए उन्होंने अनेक कदम उठाये. नागपुर मेडिकल कॉलेज को एम्स का दर्जा और हास्पिटल को 150 करोड की निधि दिलवाने में भी वे सफल रहे. मेयो की 40सीटें वापस लाने में उनका योगदान रहा. नागपुर के सर्वांगीण विकास के लिए जवाहरलाल नेहरू शहरी विकास योजना के अंतर्गत विविध कार्याे के लिए 2600 करोड रूपये का अनुदान श्री मुत्तेमवारजी के प्रयासों से प्राप्त हुआ. मुस्लिम समाज नागपुर से सीथे हज यात्रा कर सके,इसके लिए सीधी विमान सेवा शुरू कराने में उन्होंने काफी प्रयास किए. उनके दोन पुत्र गीतेश,विशाल और एक पुत्री रेणुका हैं.

विशेष रूचियाँ      : सांस्कृतिक कार्यक्रम, गायन, संगीत ,नाटय

खेल और क्लब     : अध्यक्ष मराठा लायर्न्स ,नागपुर सदस्य इंडिया इंटननैशनल सेंटर, नैशनल स्पोर्ट कल्ब ,

 

पुरस्कार / उपलब्धियां

पदों पर कार्य  :  

लोकसभा के लिए निर्वाचित :१९८० ,१९८५ ,१९९१ ,१९९८ १९९९ ,२००४ एवं २००९ 

१९८० -८१ सचिव , इंडियन युथ कांग्रेस

१९८५ -८८ सहसचिव , भारतीय राष्ट्रीय काँग्रेस

१९९३ -९५ अध्यक्ष , कमेटी ऑन पब्लिक अंडरटेक्कींगस

१९९५ -९६ मिनिस्टर ऑफ इन द मिनिस्टर ऑफ रूरल अँड एम्पॉलायमेंट अँड संसदीय कामकाज

१९९८ -९९ सदस्य , कमेटी ऑन इनर्जी अँड इटस सब कमेटीस ऑन पॉवर ,

१९९८ -९९ सदस्य, कमेटी ऑन प्रायव्हेट मेंबरर्स बिल अँड रिसाल्यूशन

१९९८ -९९ सदस्य , सलाहकार कमेटी , शहर एवं रोजगार मंत्रालय

१९९९ -२००४ सदस्य स्टैंडींग कमेटी ऑन ट्रॉन्सपोर्ट अँड टूरिझम

१९९९ -२००४ सदस्य सलाहकार कमेटी रेल्वे मंत्रालय ,वित्त मंत्रालय

२००३ -०५ सचिव कांग्रेस संसदीय पार्टी

२३  मई  २००४ :युनियन मिनिस्टर ऑफ स्टेट (स्वतंत्र चार्ज ), मिनिस्ट्री ऑफ न्यू अँड रिनिवेबल इनर्जी 

३१ अगस्त २००९ :अध्यक्ष कमेटी ऑन फूड,

सितम्बर . २००९ :सदस्य सलाहकार मिनिस्ट्री ऑफ सिव्हील एव्हीएशन

१९ अक्टूबर २००९: सदस्य सामान्य उद्देशय कमेटी

अगस्त  २०१० :सदस्य इंडिया -बांगलादेश पार्लमेंटरी फेंडशिप ग्रुप

 

स्कूल महल स्थित न्यू राजेंद्र हाईस्कूल
शैक्षिक विस्तार बी.कॉम. नागपुर विश्वविद्यालय, नागपुर, महाराष्ट्र
वर्ग राजनीति
श्रीमान / श्रीमती श्रीमती छाया मुत्तेमवार
जिला नागपुर
शहर नागपुर
जन्म तिथि 22/03/1949
परिवार श्री बाबुराव सदाशिवराव मुत्तेमवार :माता:श्रीमती कमला मुत्तेमवार
जन्मस्थल सिंदेवाही जि. चंद्रपूर (महाराष्ट्र)
विवाह तिथि ०१ जुलाई १९७२
अतिरिक्त
Congress
भारतीय राष्ट्रीय काँग्रेस
लोकसभा सदस्य
मिनिस्टर
Appreciation
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