बॉलीवुड के 'शोमैन' कहे जाने चर्चित निर्माता व निर्देशक सुभाष घई जाने-माने निर्माता एवं निर्देशक
सुभाष घई हिंदी सिनेमा के जाने-माने निर्माता निर्देशक हैं। वह हिंदी सिनेमा में अपनी बेहतरीन फिल्मों कालीचरण,हीरो,जंग,कर्मा, राम लखन, सौदागर,खलनायक,परदेश, ताल,जैसी फिल्मों के लिए जाने जाते हैं।
सुभाष घई का जन्म पंजाबी परिवार में २४ जनवरी १९४५ को नागपुर महाराष्ट्र में हुआ था। उनके पिता दिल्ली में एक डेंटिस्ट थे।
सुभाष घई नें अपनी शुरुआती पढ़ाई दिल्ली से संपूर्ण की है। उन्होंने कॉमर्स से स्नातक की पढ़ाई सम्पन्न की है। उसके बाद साल १९६३ में उन्होंने फिल्म एंड टेलीविज़न इंस्टीयूट ऑफ़ इंडिया में दाखिला ले लिया।
सुभाष घई की शादी रिहाना उर्फ़ मुक्ता से हुई है। उनकी दो बेटियां हैं- मेघना घई पूरी और मुस्कान घई। शुरुआत में उन्हें अभिनेता और गीतकार बनने का शौक था |
सुभाष घई ने अपने करियर की शुरुआत बतौर अभिनेता की थी। उन्होंने अपने शुरूआती करियर में कई लो बजट फिल्मों किया। उन्होंने सिर्फ सहायक किरदार ही नहीं बल्कि उमंग और गुमराह जैसी फिल्मों में लीड रोल में भी नजर आये। जब उन्हे लगा की अभिनय उन्के बस की बात नहीं है तो उन्होनें फील्म निर्देशन में अपनीं किस्मत आजमानें की सोची। निर्देशन का डेब्यू हिंदी सिनेमा में फिल्म कालीचरण से वर्ष १९७६ में किया। उनकी यह फिल्म बॉक्स-ऑफिस पर सुपर-डुपर हिट साबित हुई थी। इस फिल्म के उन्हें आलोचकों से काफी अच्छी प्रतिक्रिया मिली साथ ही उन्हें कई उन्हें पुरुस्कारों से भी सम्मानित किया गया। उन्होंने अभिनेता दिलीप कुमार के साथ मिलकर कई फिल्मों का निर्देशन किया जिनमे विधाता, सौदागर,कर्मा जैसी फ़िल्में शामिल हैं। इसके बाद उन्होंने हिंदी सिनेमा में कई हिट फ़िल्में दी, जो दर्शकों और आलोचकों द्वारा बेहद सराहाई गयी।
सुभाष घई नें अपने हिंदी सिनेमा करियर में करीबन १६ फ़िल्में लिखी और निर्देशित की। जिनमे से १३ फिल्म बॉक्स-ऑफिस पर ब्लॉक-बस्टर हिट साबित हुई। लगातार सफलता की सीढियोँ पर चढ़ने सुभाष ने अपनी अपनी प्रोडक्शन कम्पनी 'मुक्त आर्ट्स' का निर्माण किया। वर्ष १९८२ दौरान उन्होंने अपने प्रोडक्शन के बैनर तले कई ब्लॉकबस्टर फिल्मों का निर्माण किया। घई ने फिल्म निर्देशन के बाद बतौर निर्माता भी हिंदी सिनेमा को कई हिट फ़िल्में दी, जिनमे ऐतराज, इक़बाल, चाइना टाउन, अपना अपना मनी मनी जैसी फ़िल्में शामिल हैं।
सुभाष घई नें हिंदी सिनेमा को कई बेहतरीन अभिनेता-अभिनेत्रियां दी,जिनमे जैकी श्रॉफ, माधुरी दीक्षित, मनीषा कोइराला, सरोज खान, महिमा चौधरी, ईशा श्रावणी,श्रेयस तलपडे जैसे कई कलाकार उन्ही की देन हैं।
घई ने फिल्म निर्देशन के बाद बतौर निर्माता भी हिंदी सिनेमा को कई हिट फ़िल्में दी, जिनमे ऐतराज, इक़बाल, चाइना टाउन, अपना अपना मनी मनी जैसी फ़िल्में शामिल हैं।
हिंदी सिनेमा के जाने-माने निर्माता एवं निर्देशक हैं। इन्होने हिंदी सिनेमा में अपनी बेहतरीन फिल्मोंफिल्मों के लिए जाने जाते हैं। वर्ष २००६ में इन्हे सामाजिक फिल्म “इकबाल” के लिए राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित किया गया। “कर्मा” फिल्म के लिए राष्ट्रीय पुरुस्कार से भी नवाजा गया।
निर्माता
२००६ :३६ चाइना टाउन | २००६ :अपना सपना मनी मनी | २००५ :इकबाल | २००६ :शादी से पहले |
२००४ :ऐतराज़ | २००१ :यादें | १९९९ :ताल, | १९९७ :परदेश, |
१९९५ :त्रिमूर्ति | १९९३ :खलनायक | १९९१ :सौदागर | १९८९ :राम लखन |
१९८६ :कर्मा | १९८३ :हीरो |
निर्देशक
२००१ यादें | १९९७ परदेश | १९९३ खलनायक | १९९९ ताल |
१९९१ सौदागर | १९८९ राम लखन | १९८३ हीरो | १९८२ विधाता |
१९८६ कर्मा | १९८५ मेरी जंग | १९८१ क्रोधी | १९८० कर्ज़ |
१९७९ गौतम गोविन्दा | १९७८ विश्वनाथ | १९७६ कालीचरण |
१९९८ : सर्वश्रेष्ठ पटकथा: परदे ।
२००६ : अन्य सामाजिक मुद्दों पर सर्वश्रेष्ठ फिल्म के लिए राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार: इकबाल (निर्माता) ।
२०१३ : भारत के कौशल वृक्ष शिक्षा इंजीलवादी ।
२०१५ : भारतीय सिनेमा में उत्कृष्ट योगदान के लिए IIFA पुरस्कार ।