Shubhash Kotecha / सुभाष कोटेचा


मानव सेवा जिनका परम लक्ष्य है,चिकित्सा क्षेत्र में मदद के लिए २४ x ७ तत्पर जिनकी पहचान है, ऐसे सुभाष भाऊ कोटेचा ने नागपुर का नाम गौरवान्वित किया हैं।

गरीब के हमदर्द,संघर्षशील समाजसेवक,अनेक संस्थाओ में सक्रियता,भा.ज.पा. के सक्रिय पदाधिकारी,धर्म अनुरागी सुभाष भाऊ की संघर्षो से भरी जीवन गाथा उनको अन्य से अलग करती है  

बुलढाना जिले के मलकापुर मे पिता भीमराज कोटेचा के यहाँ १६  नवंबर १९५७ में  जन्मे बालक सुभाष कोटेचा का जीवन संघर्षशील रहा. अपने जीवन मे काफी उतार चढाव देखे. संघर्ष और परिश्रम से जीवन मे उँचाई प्राप्त की. सुभाष ने गरीबी को करीब से देखा है. जीवन की राह पर चलते-चलते मेहनत लगन से करते गए. ऑटो रिक्शा चलाकर जीवन उदर निर्वाह मे लगे रहे. संकटो पर मात करते स्वंय दुसरों के संकट के समय संकटमोचक बन कर सुभाष कोटेचा ने हाथ बटाया. प्राथमिक शिक्षा मलकापुर और जलगांव मे हूई. पिता भीमराज जी कोटेचा नौकरी के लिए जहाँ-जहाँ गए वहाँ पढाई होते रही. बडनेरा मे मैट्रीक उत्तीर्ण किया. बी.कॉम की डिग्री भारतीय महाविद्यालय अमरावती से प्राप्त की. पिता की आर्थिक स्थिती ठीक नही होने से कभी साइकिल तो कभी पैदल बडनेरा से अमरावती मे कॉलेज जाना पडता था. 
कॉलेज के दिनो ४  वर्ष NCC मे ८  महाराष्ट्र बटालियन से आर्मी अटैचमेंट कैम्प, रिपब्लिक डे सिलेक्शन रॉक क्लाइंबिग, १५०  कि. मी. साइकिलिंग त्रिवेद्रम से कन्याकुमारी और वापसी , महाराष्ट्र का बेस्ट कैडेट और बेस्ट फायरर पुरस्कार मिला ।अंतिम वर्ष मे सीनियर अंडर ऑफिसर की रैंक थी।
बडनेरा मे स्वरोजगार शुरु किया सुभाष साइकिल के नाम से दुकान प्रारंभ की, किराये से साइकिल देना, पंक्चर बनाना, साइकिल की ओवर आइलिंग आदि साप्ताहिक बाजार मे पेड के नीचे बैठकर किया नगरपालिका ने बाजार से ओटा हटा दिया तो बेरोजगार हो गए ।

बाद मे जलगांव के जैन ब्रदर्स मे लिपिक की नौकरी करने के साथ ही डिप्लोमा इन टैक्सेशन लॉ (डी.टी.एल.) किया । माता-पिता नागपुर आने पर सुभाष ने अग्रवाल कोल कंपनी मे २०० रु प्रतिमाह की नौकरी की, इसके लिए वे रोज इतवारी से रामदासपेठ पैदल जाते थे. बाद मे कंपनी बंद होने से उनकी ही पहचान से राजस्थान कोल कंपनी मे नौकरी की लिपिकीय कार्य छोडकर अन्य कार्य कराते थे जिससे त्रस्त होकर उन्होने यह निर्णय लिया की अब जीवन मे कभी भी नौकरी नही करेंगे. नागपुर शहर मे नाम कमाने के लिए सुभाष कोटेचा ने सामाजिक कार्य करना शुरु किया आजीविका चलाने के लिए मिरची कुटाई की मशीन लगाई इसके साथ ही गादी-रजाई बनाने का कार्य शुरू किया।

जैन समाज के युवाओं को एकत्रित कर १९८३ मे महावीर जैन नवयुवक मंडल की स्थापना की, जिसमे आज २२० सदस्य है. इसके तहत सामाजिक कार्य अबाधित चल रहा है । १९८३  मे सुभाष कोटेचा का विवाह बालाघाट निवासी हुकुमचंद जी  संचेती की पुत्री आरती से हुआ , श्रीमती आरती कोटेचा ने जीवन के हर मोड पर सुभाष कोटेचा का साथ दिया .परिवार मे माता-पिता, पुत्र, पुत्री, पुत्रवधु, पौत्र ,भांजा, भांजा बहू उसके दो पुत्र, का विशाल परिवार हैं ।

जैन क्लब की ओर से सीम्स हॉस्पीटल मे कार्यकारिणी सदस्य है. १९९५ मे सुभाष वर्टिगो बीमारी से पीडित हो गए. उस समय मौत को काफी नजदीक से देखा लेकिन हिम्मत नही हारी इस बीमारी ने उनके जिंदगी को बदल दिया और जीवन का एक लक्ष्य मरीजों की सेवा करना ही बना लिया । असफलता मानों उनका पीछा ही नहीं छोड़ रही थी । इस बीच व्यापार मे असफल होने के बाद बडे भाई के साथ पारशिवनी की दुकान मे काम किया. साथ ही सुरुचि मसाले का ऑटो लेकर नागपुर शहर मे सभी जगह जाकर माल बेचने का काम किया।

वक्त बदला व इसके बाद उनका मनवा सेवा का स्वप्न भी आकर लेने लगा ,आज नागपुर के मेयो , मेडिकल , सिम्स , सुपर स्पेशालिटी हॉस्पिटल और अन्य निजी हॉस्पिटलो मे मरीजो का कम खर्च मे गंभीर बीमारियों का इलाज का क्रम जारी है। नागपुर के ५० से ६० हॉस्पीटलो और मुंबई दिल्ली हैदराबाद आदि के नामांकित हॉस्पीटलो मे प्रतिवर्ष ४५०० से भी अधिक मरीजों को जो छत्तीसगढ़, मध्यप्रदेश, विदर्भ के विभिन्न जिलो से नागपुर आते है को कम से कम कीमत मे दवाईयाँ उपलब्ध कराना, एक्सरे, सिटीस्कैन, ईसीजी, सोनोग्राफी, एमआरआई, एम.आर.आर. ,पैथोलॉजी मे २० से ५० प्रतिशत छूट दिलाना निरंतर जारी है ।

सुभाषजी ने कई मरीजो का मुफ्त इलाज भी कराया है,सरकार की जीवनदायी योजना से हॉर्ट सर्जरी, ब्रेन सर्जरी, कैन्सर सर्जरी, किडनी सर्जरी आदि के लिए मरीजों की तरफ से आवेदन कर एक सप्ताह मे स्वीकृति पत्र लाकर ऑपरेशन कराने का कार्य वे कर रहे है ,साथ ही दानदाताओ के सहयोग से गरीब मरीजों को आर्थिक मदद दिलवाते है। राज्य एवं केंद्र सरकार की योजनाओ से भी मरीजों को लाभ पहुंचाने में मदद करते है ।  

सुभाषजी के कार्यो को देखकर भारतीय जनता पार्टि ने उन्हें नागपुर का शहर का उपाध्यक्ष बनाया और एक वर्ष में ही राष्ट्रीय परिषद नई दिल्ली का सदस्य बनाया , वे पुसद अर्बन को-ऑप बैंक लि मे संचालक भी है। वर्धमान नगर जैन समाज नागपुर के पूर्व अध्यक्ष, BJS के विदर्भ उपाध्यक्ष और अन्य धार्मिक सामाजिक संस्थाओं से वे जुडे है।

वर्ष २०१३ मे सर्व मानव सेवा संघ की स्थापना कर पूर्व नागपूर मे ६०  शाखाएं शुरु की, इसके माध्यम से प्रतिदिन २० - २२ मरीजो का उपचार आर्थिक सहयोग एवं  मार्गदर्शन. जीवनदायी योजना के माध्यम से हृदयरोग, किडनी रोग आदि मुफ्त मे करा देने का संकल्प लिया है. सेवा संघ के माध्यम से गरीबों को अनाज वितरण, वृध्दाश्रम, अनाथाश्रम, अपंगाश्रम, मतिमंद, मुकबधीर आश्रम निरंतर सहयोग देते आ रहे है. दिव्यांग व्याक्ति को ट्रायसिकल , व्हील चेयर, कॅलिपर सहायता की है. अभी तक १५० से सिलाई मशीन ट्रायसिकल वितरण दानदाताओं के माध्यम से किया है. राजनीती मे रहकर सबसे अलग किसी भी मरीज का आधी रात को आये फोन पर सेवा मे हाजिर होने वाले समाजसेवको मे सुभाष कोटेचा का नाम आता है.

सुभाष कोटेचा के परिवार के सभी सदस्यों ने मरणोपरांत नेत्रदान का सकल्प किया है. सुभाष के जीवन का लक्ष्य हैं की कोई भी मरीज पैसे के अभाव से इलाज से वंचित न रहे ।

जन्म तिथि 16/11/1957
जन्मस्थल मलकापुर जिला बुलढाणा
जिला नागपुर
शहर नागपुर
शैक्षिक विस्तार बी .कॉम .
स्कूल राजेश्वर हाई स्कूल बडनेरा
कॉलेज भारती महा विद्यालय अमरावती
बिज़नेस / प्रोफेशन फाइनेंस ब्रोकर
विवाह तिथि २४ मई १९८३
श्रीमान / श्रीमती सौ .आरती कोटेचा
पुरस्कार / उपलब्धियां

संस्थापक - सर्व मानव सेवा संघ

संस्थापक – श्री महावीर जैन युवक मंडल नागपुर

संचालक - पुसद अर्बन को-ऑप सोसाइटी

संचालक - अभीनंदन को - ऑप बैंक

प्रमुख - भाजपा प्रोटोकॉल समिति नागपुर 

सदस्य - भाजपा राष्ट्रीय परिषद नई दिल्ली  

सदस्य - इंदिरा गांधी शासकीय वैधकिय महाविद्यालय व रुग्णालय (अभ्यगत मंडळ)

सदस्य - बाबा साहेब आंबेडकर हॉस्पिटल इंदोरा नागपुर  

चैयरमेन - पैर मेडिकल कोर्सेज राधा कृष्ण हॉस्पिटल 

उपाध्यक्ष - भारतीय जनता पार्टी  नागपुर महानगर

संयोजक- पूर्व नागपुर हिंदी भाषी मंच

पालक - भारतीय जनता पार्टी ऑटो यूनियन

विदर्भ उपाध्यक्ष- भारतीय जैन संघठना

सदस्य - बाबा नानक सिंधी हिंदी हाई स्कूल  

पूर्व अध्यक्ष – श्री ओसवाल पंचायती  नागपुर

पूर्व महामंत्री - श्री ओसवाल पंचायती  नागपुर

पूर्व महामंत्री – श्री वर्धमान स्थानकदासी  जैन श्रावक संघ नागपुर

पूर्व अध्यक्ष - भारतीय जैन संघटना  नागपुर 

पूर्व उपाध्यक्ष - जैन क्लब नागपुर

पूर्व मंत्री - जैन क्लब नागपुर

पूर्व महामंत्री - आद्याशक्ति जगदम्बामंदिर ट्रस्ट

पूर्व सदस्य - सिम्स हॉस्पिटल नागपुर   

पूर्व सदस्य - अखिल भारतीय जैन कॉन्फ्रेंस दिल्ली

पूर्व संचालक – आद्याशक्ति को-ऑप सोसाइटी

 

अवार्ड एवं पुरस्कार :

१९७४:  में ८ महाराष्ट्र बटालियन , एन सी सी अमरावती से महाराष्ट्र  बेस्ट कडेट अवार्ड 

१९७७:  इंटर यूनिवर्सिटी वॉलीबॉल चैम्पियन

१९७५: में एन सी सी B एवं C सर्टिफिकेट 

२०१४ :जैन सेवा मंडल , नागपुर द्वारा चिकित्सा क्षेत्र में अहिंसा अवार्ड 

२०१४ : राष्ट्रीय मानवाधिकार संसाधन विकास संस्था द्वारा मानव सेवा हेतु नेशनल ह्यूमन राइट्स लाइफ टाइम अचीवमेंट अवार्ड्स 

२०१५ : दलित आदिवासी मुक्तिमोर्चा एवं अखिल भारतीय युवा कामगार सेना तर्फे "महाराष्ट्र रत्न पुरस्कार"

२०१६ :केंद्रीय मानवाधिकार संघठन नई दिल्ली द्वारा मानवाधिकार रत्न पुरस्कार  

२०१७ :महावीर यूथ क्लब द्वारा महावीर युवा गौरव पुरस्कार 

२०१७ :ओसवाल समाज नागपुर  द्वारा  ओसवाल युवा रत्न पुरस्कार  

अन्य उपलब्धिया :

१९७५ में आर्मी अटॅचमेंट कैम्प , नासिक में

१९७६ में रॉक क्लायम्बिंग कैम्प, तुम्बा ( मद्रास )

१९७७ में रिपब्लिक डे ( RD) परेड, दिल्ली

१९७७ में हनुमान व्यायाम प्रसारक मंडल अमरावती से जुडो में यलोबेल्ट

१९७५ से १९९७ तक भारतीय महाविद्यालय , अमरावती से टेनीक्वाईट , बट्बिल्टन , वॉलीबाल की कई प्रतियोगिताओ में पुरस्कार

वर्ग राजनीति
अतिरिक्त
सर्व मानव सेवा संघ.भाजपा
इंदिरा गांधी शासकीय वैधकिय महाविद्यालय
भारतीय जैन संघठना
Appreciation
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