DR.ANAND SANCHETI / डॉ.आनंद संचेती

डॉ.आनंद संचेती

M.S. (General Surgery), M.Ch. (Cardiovascular & Thoracic Surgery), FIACS.Director & Senior Cardiovascular & Cardiothoracic Surgeon

 

कार्डियक सर्जन के रुप में गहन अनुभव,अनेक कीर्तिमान,निरंतर नया करने का जूनून,ऑल इंडिया कार्डियक सर्जरी एसोसिएशन के पूर्व प्रेसिडेंट, चिकित्सीय पेशे को सेवा मानने वाले डॉ. आनंद संचेती का विदर्भ के चिकित्सा क्षेत्र में विशिष्ट स्थान है।

ऑरेंज सिटी नागपुर में २९ जुलाई १९७३ में श्री जयसागर एवं श्रीमती लीलादेवी संचेती के पुत्र रुप में जन्म लेने वाले आनंद संचेती की प्रारंभिक शिक्षा आर्वी स्थित गांधी विद्यालय से हुई व बाद में उन्होंने ११ वी व १२ वी की पढ़ाई बृजलाल बियाणी कॉलेज से पूर्ण की। इसके पश्चात जेएनएमसी वर्धा से एमबीबीएस (1990-95) की डिग्री प्राप्त की। इसके बाद नागपुर स्थित मेडिकल कॉलेज से एमएस (सर्जरी) (1996-99) की डिग्री पाई और वे सेकंड टॉपर रहे। उनका सफर यहीं नहीं थमा और उन्होने मुंबई का रुख किया और केईएम में प्रवेश लिया और एमसीएच (कार्डिएफ सर्जरी) (1999-2002) की डिग्री हासिल की। इस दौरान डॉ. संचेती का विवाह 10 जुलाई 1999 को अर्चना नामक सुयोग्य कन्या से हो गया। डॉ. आनंद संचेती की इच्छा थी कि वे देश के किसी प्रतिष्ठित हॉस्पिटल में जाकर वहां किसी अनुभवी डॉक्टर के मार्गदर्शन में प्रैक्टिस करें। संयोग से चेन्नई के प्रसिध्द अपोलो हॉस्पिटल में उन्हें यह अवसर मिला और वहां देश के प्रसिध्द हार्ट सर्जन डॉ. गिरीनाथ, जो ‘पड्‌मभूषण’ से सम्मानित हैं और 50 हजार से अधिक बायपास सर्जरी कर चुके है, के मार्गदर्शन में सन्‌ 2002 से 2004 तक सेवाएं प्रदान कीं। चेन्नई के बाद डॉ. संचेती ने सन 2004 से 2006 तक ऑस्ट्रेलिया के सडनी स्थित रॉयल नार्थ शायर हॉस्पिटल में विश्व प्रसिध्द डॉ. डोनाल्स रॉस के मार्गदर्शन में कार्डिएफ सर्जरी की फेलोशिप की। तत्पश्चात 2006 से 2009 तक गोवा के अपोलो हॉस्पिटल में अपनी चिकित्सीय सेवाएं प्रदान कीं और बाद में 2009 से 2014 तक वर्धा जिले के सावंगी में बायपास सर्जरी युनिट शुरु किया। इसके बाद 2014 से 2016 तक नागपुर के सेंट्रल बाजार रोड स्थित मेडिट्रीना हॉस्पिटल में अपनी सेवाएं दी।

मेडकल सर्जन व कार्डिएफ सर्जन के रुप में गहन अनुभव हासिल करने के बाद डॉ. आनंद संचेती ने एक सपना संजोया था कि वे अपने कुछ विश्वसनीय साथियों के साथ खुद का एक ऐसा हॉस्पिटल खोलें, जहां मरीजों को एक ही छत के नीचे तमाम चिकित्सीय सुविधाएं उपलब्ध हों और जटिल से जटिलतम रोगों की विभिन्न जांच के लिए उपयोगी अत्याधुनिक मशीनें भी वहां उपलब्ध हों। इस हॉस्पिटल में उपचार के लिए आने वाले मरीज पूर्णत: स्वस्थ होकर ही अपने घर वापस जाएं। अंतत: उनका सपना उस वक्त पूरा हुआ जब ‘न्यू इरा’ हॉस्पिटल का शुभारम्भ सन 2016 में किया। आज यह हॉस्पिटल पूर्व नागपुर क्षेत्र के अग्रणी स्वास्थ्य सेवा संस्थानों में से एक है। डॉ. संचेती व उनके साथियों की टीम इस हॉस्पिटल में दूरदराज से आने वाले हृदय रोगियों व अन्य रोगों से ग्रस्त रोगियों का बेहतर से बेहतर उपचार करने में अहर्निश सेवारत है। कार्डिएफ सर्जन के रुप में डॉ. आनंद संचेती के दीर्घ अनुभव को देखते हुए उन्हें ऑल इंडिया कार्डिएफ सर्जरी एसोसिएशन के प्रेसिडेंट (2017-18) की जवाबदारी सौंपी गई, जो निश्चित ही नागपुर, विदर्भ व महाराष्ट्र के लिए गौरव की बात है। अपने माता-पिता के आशीर्वाद को सर्वोपरि एवं विशेष रुप हो अपने पिता श्री जयसागरजी संचेती को प्रेरणास्रोत माननेवाले डॉ. आनंद संचेती को गर्व है कि वे आज चिकित्सा के क्षेत्र में है।

‘जीयो और जीने दो’ का संदेश सर्वोपरि

डॉ. आनंद संचेती को अपने मानव जीवन पर गर्व है कि वे इसे मानव सेवा में लगा रहे है। 24 वे तीर्थकर भगवान महावीर को न केवल अपना आदर्श मानते है, बल्कि उनके द्वारा प्रतिपादित विचारों व सिध्दांतों पर की अक्षरश: अमल करते है। प्रभु महावीर के ‘अहिंसा परमोधर्म:’ एवं ‘जियो और जीने दो’  जैसे सिध्दांतों की आज सारे विश्व को जरुरत है, ऐसा डॉ. आनंद संचेती का मानना है। उनका कहना है कि अहिंसा से बढ़कर कोई धर्म नहीं है और किसी भी प्राणी को जीवनदान देने से बड़ा कोई पुण्य नहीं है। उन्हे फक्र है कि वे आज चिकित्सा क्षेत्र में हैं और दु:खी पीड़ितों का उपचार कर उन्हे नया जीवनदान देने का प्रयास कर रहे है। डॉ. संचेती कहते है कि जब जीवन से निराश मरीज पूरी तरह स्वस्थ होकर या यूं कहें नया जीवन पाकर प्रसन्नता का अनुभव कर दिल से डॉक्टर को हुआ देता है तो ऐसा लगता है कि यह ‘दुआ’ ही उसकी सबसे बड़ी कमाई है।

जटिल शस्त्रक्रिया में बनाए रिकॉर्ड

एक योग्य व सफल चिकित्सक की पहचान इस बात से होती है कि वह अपने चिकित्सीय पेशे के प्रति कितना गंभीर व समर्पित है। उस डॉक्टर द्वारा किए गए इलाजों की सफलता का रेशो क्या है? डॉ. आनंद संचेती का नाम इस मामले में आप नि:संदेह ले सकते हैं क्योकि उन्होने चिकित्सा को पेशा कम, सेवाकार्य ज्यादा माना। उन्होने विश्व में दूसरी बार एक मरीज की छाती की दांयी ओर स्थित हृदय की बिटिंग हार्ट टोटल आर्टेरिअल बायपास सर्जरी को सफलता पूर्वक अंजाम दिया। मध्यभारत में सर्वप्रथम लोन इंच के छिद्र से अलग-अलग ओपन हार्ट सर्जरी की। इसी तरह महाराष्ट्र में मरीज की जागृत अवस्था (अवेक) में बिटिंग हार्ट एवं आपेन हार्ट सर्जरी की तथा मध्यभारत में पहलीबार बालक के हृदय के दाहिने भाग में स्थित छिद्र बंद करने की सर्जरी को सफलता के साथ पूर्ण किया। ऐसे ही मध्यभारत में सर्वप्रथम अनेक छोटे बच्चों की जटिल शस्त्रक्रिया, उदाहरणार्थ कारट्रायएट्रियेटम की सर्जरी कर उन्हें नया जीवनदान दिया। पिछले कुछ वर्षो से अब तक वे चार हजार से अधिक हार्ट सर्जरी कर चुके है, यह विशेष बात है।

सरकार से अपेक्षा व युवाओं को संदेश

आज भारत की जनसंख्या सवालाख के पार होने की राह पर है, लेकिन अफसोस की बात है कि बढ़ती जनसंख्या के अनुपात में अस्पतालों व डॉक्टर्स की संख्या कम है। सरकार को चाहिए कि अस्पतालों के साथ ही डॉक्टर्स की संख्या बढ़ाए एवं चिकित्सीय पेशे में आनेवाली अड़चनो को कम करे। ऐसा मंतव्य रखते हुए डॉ. आनंद संचेती आगे कहते है कि देश के डॉक्टर्स का पे-स्केल बढ़ाना भी आवश्यक है। आज नागपुर शहर हो अथवा अन्य शहर, सरकार एम्स हॉस्पिटल खोल रही है, ठीक है यह सरकार का फैसला है, लेकिन पूर्व में स्थापित मसलन मेडिकल कॉलेज से जैसे स्वास्थ्य संस्थानों में ही अगर बेहतर संसाधन व अत्याधुनिक स्वास्थ्य सुविधाओं को बढ़ाया जाता तो एम्स के ऊपर आने वाले करोड़ों रुपयों की बचत हो जाती। नई पीढ़ी के युवा-युवतियो को अहम संदेश देते हुए डॉ. आनंद संचेती कहते हैं कि डॉक्टरी एक अच्छा प्रोफेशन है अत: इस क्षेत्र में उन्हे आना चाहिए। देश की जनसंख्या की हिसाब से आज ग्रामीण व शहरी क्षेत्रों में डॉक्टर्स की नितांत आवश्यकता है अत: नई पीढ़ी के शिक्षित युवा-युवतियां बड़े प्रमाण में चिकित्सीय पेशे को अपनाएं ताकि स्वस्थ भारत, सशक्त भारत अभियान की संकल्पना को मूर्त रुप मिल सके।

हेल्थ केयर पेशंट फाइनेंस की अभिनव स्कीम

हसमुख व मिलनसार व्यक्तित्व के धनी डॉ. संतेची दूरदर्शी स्वभाव के हैं। वे अपने न्यू इरा हॉस्पिटल को सर्वसुविधा सम्पन्न बनाने के लिए सदैव कटिबध्द नजर आते है। आगेग चलकर इस हॉस्पिटल का नवीनीकरण व सौदर्यीकरण के कार्य का शुभारम्भ भी उन्होने कर दिया है। मध्यभारत या संभवत: देश में पहली बार न्यू इरा हॉस्पिटल में गंभीर बीमारी से ग्रसित मीरीजों की आकस्मिक सहायता के मद्देनजर हेल्थकेयर पेशंत फाइनेंस स्कीम शुरु की जा रही है। डॉ. संचेती ने बताया कि इस स्कीम के अंतर्गत गंभीर बीमारी से पीड़ित व्यक्ति को इलाज में आने वाला खर्च बतौर लोन के रुप में न्यू इरा द्वारा उपलब्ध कराया जाएगा। विशेष बात यह है कि यह कर्ज शून्य फीसडी ब्याज दर एवं आसान किश्तों पर उपलब्ध कराया जाएगा। यह लोन तीन वर्ष की अवधि में लौटाया जा सकता है और इसके बाद छद प्रतिशत ब्याज देना होगा। इस लोन की लिमिट इलाज के कुल खर्च का 70 फीसदी रहेगी। इस सुविधा से इलाज अथवा मेजर ऑपरेशन के समय मरीज के परिजनों को निश्चित ही फायदा होगा व शहत मिलेगी, ऐसा डॉ. संचेती ने बताया।

युवाओं के लिए संदेश मेडिकल अच्छा प्रोफेशन है अत: इस क्षेत्र में युवा वर्ग को आना चाहिए। यह एक मात्र प्रोफेशन है जिसमे प्रगति, मान-सन्मान और सेवा एक साथ है।देश की जनसंख्या की हिसाब से आज ग्रामीण व शहरी क्षेत्रों में डॉक्टर्स की नितांत आवश्यकता है अत: नई पीढ़ी के शिक्षित युवा-युवतियां बड़े प्रमाण में चिकित्सीय पेशे को अपनाएं ताकि स्वस्थ भारत, सशक्त भारत अभियान की संकल्पना को मूर्त रुप मिल सके।
पुरस्कार / उपलब्धियां

ACADEMIC ACHIEVEMENT

Past President Indian Association of Cardiothoracic Surgeons 2017-18.

• Recipient of “ Lal Bahadur Shastri Puraskar 2014” for the contribution in the field of Cardiac Surgery.

• Received Best Citizen Award (Nagrik Samman) by Late Shri. Dr. Changani Charitable Trust, Arvi, Dist. Wardha.

• Recipient of “Versatile New Member “ Award by prestigious Society Academy of Medical Sciences for the first time in 2013.

• Performed more than 1000 Heart Surgeries totally free of cost to the patients under Govt. Scheme in the Rural Hospital.

• First one to establish Cardiac Surgery Setup in this rural part of Maharashtra at Acharya Vinoba Bhave Rural Hospital, and performed the surgeries between years 2009 to 2015 in the rural area, This Dept. is established into teaching unit in 2012 and it was recognized by MCI for Mch course in cvts.

• First one to do AWAKE double valve open-heart surgery in Maharashtra State.

• First one to do AWAKE congenital heart disease ASD closure in Maharashtra.

• First one to do AWAKE beating heart (Bypass Surgery) CABG in Maharashtra.

• First one in Central India to do Minimum Invasive Cardiac Surgeries.

• First one in Central India to do VSD Closure in Dextrocardia Patient. • First one in Central India to do VSD closure in inoperable, severe PH Patient by double flap valve PTFE patch.

• Second one in world and First Indian to do four grafts Bypass surgery in Dextrocardia –Anaortic Total Arterial OFF pump CABG.

• First time in India to do Dual Chamber right ventricle with abnormal coronary artery crossing RVOT.

• First one in Central India to do rare Paediatric Cardiac Surgery like Cor-Triatriatum, Dual Chambered Right Ventricles, BT Shunt by using Father’s Vein as a conduit, Arterial switch.

• Cardiac Surgery Fellowship at RNSH, Sidney, Australia for 2 years.

• First one to do Bentall Surgery with MVR in Goa State.

• Operated 5000 Cardiac Surgery successfully till date in last 15 years.

• Organized CME in past like “ Live Minimal Invasive Cardiac Surgery “ and Total Arterial Anaortic CABG in TVD” as an organising Chairman.

• Chaired a session on Paediatric Cardiac Surgery at National C.M.E. of Indian Association of Cardiothoracic Surgery (IACTS) organized at Jaipur in 2015.

• Chaired a session on Mitral Valve Surgery at National C.M.E. of Indian Association of Cardiothoracic Surgery (IACTS) organized at Satya Sai Baba Hospital, Puttaparthi in 2015.

• Chaired a session on Thoracic Surgery at National C.M.E. of Indian Association of Cardiothoracic Surgery(IACTS ) organized at Tirupati in 2015.

• Reviewer of Article for Publications of Journal of Cardiothoracic Surgery in the year 2015.

• Writer of Book Heart Surgery in Hindi, Marathi, English language for General Public and the Patients.

• Life Member of Indian Medical Association of Cardiothoracic Surgeons.

• Second rank in All India Level Entrance Examination for Super speciality Medical Course in 1999.

• Second Rank in Final Year M.B.B.S. Examination , Nagpur University 1995.

• Experience in Cardiovascular &Thoracic Surgery at Senior Registrar Level for Six years.

• Experience in Cardiovascular &Thoracic Surgery at Chief Consultant Level for Ten years.

President, Alumni Association J. N. Medical College, DMIMS(DU), Sawangi (M) Wardha, Maharashtra between 2011-2015.

• Member of Executive Body of Super speciality Medical Course at DMIMS (DU), Sawangi ( M), Wardha Maharashtra between 2012-2015

• Chairman of Mch Examination for DMIMS University during year 2014-15.

• Distributed more than 10000 Books on Cardiac Surgery in local language to the cardiac patient in rural area in last 5 years totally free of cost to the poor patients.

• Appreciation of work by Central Cabinet Minister of India Shri. Nitin Gadkari.

• Appreciation of work by Hon. Governor of Bihar State, Padmashree Dr. D. Y. Patil.

• Became Fellow of Indian Medical Association of cardiothoracic Surgeons in 2016,(FIACS).

स्कूल गांधी विद्यालय आर्वी
शैक्षिक विस्तार एम.एस.(जनरल सर्जरी ),एम.सी.एच.(कार्डियोवैस्कुलर एंड थोरेसिक सर्जरी ), एफ.आई.ए.सी.एस. डायरेक्टर एंड सीनियर कार्डियोवैस्कुलर एंड कार्डिओथोरकिक सर्जन
कॉलेज बृजलाल बियाणी कॉलेज ,जे.एन.एम.सी. वर्धा ,के.ई.एम.मुंबई
वर्ग चिकित्सा
प्रेरणा स्त्रोत / आदर्श व्यक्ति पिताश्री जयसागरजी संचेती
बिज़नेस / प्रोफेशन डायरेक्टर ऑफ़ न्यूएरा हॉस्पिटल
श्रीमान / श्रीमती डॉ. अर्चना
जिला नागपुर
शहर नागपुर
जन्म तिथि 29/07/1973
परिवार श्री जयसागर संचेती माता :श्रीमती लीलादेवी संचेती
जन्मस्थल नागपुर
विवाह तिथि १० जुलाई १९९९
अतिरिक्त
Dr. Nilesh Agrawal
DR. NIDHEESH MISHRA
DR. PRACHI AGRAWAL
DR. ARCHANA MISHRA
DR. ARCHANA SANCHETI
NewEra Hospital
Doctor
डॉ.नीलेश अग्रवाल
अपडेट

08 JUN 2019

Great Achievement “First Heart Transplant in Vidarbha” by New Era Hospital- DR.ANAND SANCHETI
Man gets heart from Pune in city’s first transplant 
Read more : http://bit.ly/2Iqkcaw

 

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