डॉ.समीर अरबट
फुफ्फुस रोग विशेषज्ञ
Interventional Pulmonologist
MD Pulmonology Fellowship in Interventional Pulmonology, Ancona, Italy
नागपुर के युवा इंटरवेंशनल पल्मोनोलॉजिस्ट डॉ. समीर अरबट ऐसे पहले डॉक्टर हैं जिनके पास मध्य भारत का एकमात्र EBUS और क्रायोथेरेपी सेटअप है। उन्हें राष्ट्रीय सम्मेलनों में कई पुरस्कार मिले हैं और उनके कई राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय प्रकाशन हैं। उन्होंने क्रायोथेरेपी, EBUS, एंडोब्रोनचियल डीबुलिंग और थोराकोस्कोपी सहित ५०० से अधिक पारंपरिक प्रक्रियाओं का प्रदर्शन किया है। KRIMS में लीड इंटरवेंशनल पल्मोनोलॉजिस्ट, चीफ एडिटर रेस-क्यू, डब्ल्यू.ए.बीआई.पी अंतर्राष्ट्रीय संकाय और अंतर्राष्ट्रीय लेखक डॉ. समीर अरबट अनेक सामाजिक संस्था से भी जुड़े है रक्तदान, वृक्षारोपण तंबाखु विरोध मुहीम में उनका सक्रिय योगदान है ।
नागपुर के क्रिम्स हास्पिटल में कार्यरत डॉ. समीर अरबट एक युवा अंतर्राष्ट्रीय पल्मोनोलॉजिस्ट हैं। ये मध्य भारत के ऐसे पहले डॉ हैं, जिनके पास ई-बस तथा कैरोथेरेपी सेट अप है। इन्होंने अब तक के जीवन काल में राष्ट्रीय स्तर के कांफ्रेंस में कई पुरस्कार प्राप्त किए हैं, इनके नाम से कई अंतर्राष्ट्रीय स्तर के प्रपत्र भी प्रकाशित हो चुके हैं। चिकित्सा क्षेत्र में क्रिम्स हास्पिटल में कार्यरत डॉ. समीर अरबट ने बहुत ही कम आयु में ऊंची उड़ान भरी है। अपने पिता डॉ अशोक अरबट की तरह ही डॉ. समीर अरबट का नाम न केवल नागपुर बल्कि पूरे भारत में एक कुशल फुफ्फुस, छाती रोग विशेषज्ञ के रूप में दर्ज हो चुका है। आने वाले समय में विदेश में भी क्रिम्स हास्पिटल की एक सर्वसुविधा युक्त शाखा खोलने की मंशा रखने वाले डॉ समीर अरबट नागपुर शहर को मुंबई, दिल्ली जैसे बड़े शहरों की तरह चिकित्सा क्षेत्र में समृद्ध बनाने की इच्छा रखते हैं। अस्थमा, वायु प्रदूषण, सोने संबंधी बीमारी, तंखाखू सेवन विरोधी जागरूकता तथा रक्तदान शिविर का आयोजन भी करते हैं। इटली के डॉ. स्टीफैनो गैसपेरीनी से फुफ्फुस रोग के उपचार का विधिवत प्रशिक्षण लेकर नागपुर के क्रिम्स अस्पताल में मरीजों को अपनी अच्छी चिकित्सकीय ज्ञान से मरीजों की जीवनदान देने में अहम भूमिका निभा रहे हैं।
डॉ समीर के पिता डॉ अशोक अरबट मध्य भारत के पहले पल्मोनोलाजिस्ट हैं, इन्हें नागपुर के पहले लंग कैंसर के डॉक्टर के रूप में भी जाना जाता है। अपने पिता को अपना आदर्श मानने वाले डॉ. समीर अरबट अपनी प्रगति में अपने माता-पिता द्वारा दिए गए योगदान को कभी नहीं भूलते। वे कहते हैं कि मेरे पिता डॉ अशोक अरबट ऐसे पहले डॉ. हैं, जिन्होंने नागपुर में पहला कारर्पोरेट अस्पताल सन् १९९७ में शुरु किया। हालांकि इससे पहले डॉ. अशोक अरबट रानी झांसी स्कैवर के पास एक छोटे से कमरे में अपना अस्पताल चलाते थे। अपने पिता से ज्यादा से जयादा से काम करने का हुनर सीखने वाले डॉ समीर कहते हैं कि काम करने की लगन, अनुशासन तथा अपने कर्म के प्रति पूर्ण समर्पण का भाव मुझमें मेरे पिता जी के कारण ही आया है, जो आज भी मेरे काम आ रहा है।
डां समीर अरबट के अनुसार उनकी मां मीना हर क्षेत्र में पारंगत हैं, वे जितनी अच्छी डॉक्टर हैं, उतनी ही अच्छी गायिका, साहित्यकार और पत्रकार भी हैं। डॉ समीर कहते हैं कि मेरी मां के पास सीखने, समझने के लिए इतना कुछ है कि उसे पूरी तरह जानने के लिए वक्त ही कम पड़ जाता है। डॉ. समीर अरबट १० राष्ट्रीय तथा अंतर्राष्ट्रीय स्तर के व्याख्यान में शामिल हुए है। छाती संबंधी रोगों के निदान का एक सबसे खास नाम डॉ. समीर अरबट ने काफी कम समय में हासिल किया है।
डॉ. समीर अरबट बताते हैं कि बहन केतकी अरबट ने भी MBA की उपाधि प्राप्त की है। केतकी के नाम पर ही अस्पताल का नाम रखा गया है। क्रिम्स अस्पताल का पूरा नाम केतकी रिसर्च इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस हैं।
शिक्षा
डॉक्टर अशोक तथा डॉक्टर मीना के पुत्र के रूप में समीर अरबट का जन्म १४ अप्रैल, १९८६ को नागपुर में हुआ। सेंटर पॉइंट स्कूल टोल नाका, सेमिनरी हिल नागपुर से १० की तक की पढ़ाई करने के बाद ११ और १२ वीं परीक्षा शिवाजी महाराज महाविद्यालय नागपुर से की, इसके बाद २००५ -२०११ की कालावधि में जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज एंड आचार्य विनोबा भावे ग्रामीण अस्पताल, सावंगी (वर्धा) से एम.बी.बी.एस. की उपाधि प्राप्त करने के बाद २०११ -१४ की कालावधि में जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज तथा आचार्य विनोबा भावे ग्रामीण अस्पताल वर्धा से एम.डी. की उपाधि अर्जित की। सन् २०१६ में पलमोनोलॉजी में अंतर्राष्ट्रीय स्तर की फेलोशिप प्राप्त करने के बाद डॉ. समीर अरबट का नाम बड़ी तेज गति से चिकित्सा क्षेत्र के कुशल डॉक्टरों में शुमार हो गया।
बचपन से ही डॉ के नाम से होती थी पुकार
अपने माता पिता से चिकित्सा क्षेत्र के हुनर सीखने वाले समीर अरबट जब स्कूली शिक्षा ले रहे थे, उस वक्त वहां के शिक्षक समीर को डॉ. समीर कहकर ही पुकारते थे। बचपन से ही बॉयलॉजी विषय के प्रति विशेष लगाव रखने वाले समीर के बारे में सभी लोग यह कहा करते थे, यह बच्चा बड़ा होकर डॉक्टर बनेगा। समीर के बारे में गाहे-बगाहे उसके स्कूली जीवन से जो कुछ कहा जा रहा था, वह कालांतर में सच हो गया और आज डॉ समीर अरबट केवल नागपुर ही नहीं, बल्कि विश्व के कुशल डॉक्टरों की सूची में शामिल हो चुके हैं।
महात्मा गांधी और आंबेडकर से ली प्रेरणा
राष्ट्रपिता महात्मा गांधी तथा संविधान निर्माण समिति के सदस्य बाबा साहेब भीमराव आंबेडकर के जीवन से प्रेरणा लेकर सभी तबकों के लोगों के लिए कुछ करने की मंशा डॉ. समीर अरबट को भीड़ में एक अलग चेहरा बनाती है। महात्मा गांधी के कर्मवाद को सलफता की कुंजी मानने वाले डॉक्टर समीर यह बात बड़े दावे के साथ कहते हैं कि मेरे पिता डॉ. अशोक अरबट ने जब १९९७ में क्रिम्स अस्पताल की स्थापना की थी तो राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के कर्मवाद को ही अपनी आंखों के सामने रखा था और इसी कर्मवाद को हमने भी आत्मसात किया है। बाबा साहेब के जन्म दिन के दिन खुद का जन्म दिन होने को अपने लिए गौरव की बात मानने वाले डा समीर अरबट मानते हैं कि जागरूकता, मानवता तथा अनुशासन जीवन को संयमित तथा सुरक्षित बनाते हैं।
आधुनिक सुविधाओं से लैस
भगवान के प्रति आस्था रखने वाले डॉ. अरबट ने बताया कि क्रिम्स हास्पिटल में पल्मोनोलॉजी तथा टेरोसिस सर्जरी, नैरो सर्जरी, आर्थोपिक सर्जरी, आर्थोस्कोपी, दंत तथा बल्डप्रेशर क्लिनिक, सामान्य तथा लेप्रोस्कोपी सर्जरी, नेमेटोलॉजी, पैडियाटिस, गैस्ट्रोएंट्रोलॉजी, कार्डियोलॉजी, नेप्रोलॉजी, इंडोक्रीमोनोलॉजी, हेमेटोलॉजी, ड्रीमेटोलॉजी, फिसोथेरेपी, गायनोकोलॉजी, ओनोकोलॉजी, इएनटी, इंटरनेशनल रेडियोलॉजी, यूरोलॉजी, डेंटल सर्जरी, मैक्सीलो फेसियल सर्जरी के अलग अलग विभाग हैं। अस्पताल में कार्यरत कुल ३५ डॉक्टरों का समावेश है, इनमें से १० महिला डॉक्टर हैं। महिला डॉक्टरों में डॉ समीर अरबट की पत्नी तुलिका अरबट का भी समावेश है। अस्पताल में मरीज की सेवा सप्ताह के सातों दिन २४ घंटे जारी रहती है। पैथोलॉजी, रेडियोलॉजी (एक्स रे, सिटी स्कैन), अल्ट्रासोनाग्राफी, २ डी- इसीएचओ, टीएमटी, स्लीम स्टडी, इबीयूएस, बार्नचोस्कॉपी, वीडियो इसीजी, डॉयलेसिस यूनिट, ब्ल्ड बैंक सर्विस, पैथोलॉजी, एबुंलेंस सुविधा, क्रिटिकल केयर तथा ट्रामा सेंटर, सर्जिकल तथा मेडिकल (आइसीयू) कुशल निवासी तथा पैरामेडिकल कर्मचारी, आईडीपी ये सभी विभाग मरीजों की देखरेख तथा उनकी चिकित्सा बड़ी ही सजगता से करते हैं।
क्रिम्स हास्पिटल की उन्नत चिकित्सा पद्धति का जिक्र करते हुए डॉ समीर बताते हैं कि क्रीम्स अस्पताल में ईबस तथा क्रायोथेरेपी सेटअप की व्यवस्था है, यह व्यवस्था विदर्भ के किसी और अस्पताल में नहीं है। इस तरह की सुविधा मुंबई, दिल्ली चेन्नई के कुछ अस्पतालों में ही है। इस मशीनरी का प्रयोग अब तक ५०० से ज्यादा मरीजों पर किया गया है। विदेशी डॉक्टरों में अनुशासन ज्यादा है, जबकि भारतीय डॉक्टरों में ज्यादा काम करने की क्षमता है। विदेशी लोग अपने स्वास्थ्य के प्रति ज्यादा जागरुक हैं, जबकि भारतीय लोग अपने स्वास्थ्य की ज्यादा ध्यान नहीं देते हैं, इसलिए विदेशी लोगों की तुलना में भारतीय लोग ज्यादा बीमार पड़ते हैं।
अस्पताल से स्वास्थ्य सेवाएं लेने वाली संस्थाएं
क्रिम्स अस्पताल से कई संस्थाओं ने चिकित्सा सेवाओं के लिए अनुबंध किया है। अडानी पावर प्राइवेट लि, अशोका लेलैंड, भारत हैवी इलेक्ट्रिक्ल्स लि (BHEL), सेन्ट्रल गवर्नमेंट हेल्थ स्कीम (CGHS), सेन्ट्रल इंस्टीट्यूट ऑफ कॉटन रिसर्च (CICR), फूड कार्पोरेशन ऑफ इंडिया (FCI), महाजेनको, महेंद्रा एंड महेंद्रा, नेशनल बारयू ऑफ सायल सर्विस (NBSS), एनआरसीसी (NRCC), रिजनल रिमोर्ट सेन्सिंग सर्विसेस (RRSSC), रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI), स्टेट बैंक आफ इंडिया (SBI), शापर जी एंड पोलन जी, टाटा मोटर्स, विश्वेश्वरैय्या नेशनल इंस्टीयूट ऑफ टेक्नोलॉजी, नीरा (NEER), ऑडनेंस फैक्ट्री, होटल रेडिसन ब्लू, जिम लैब (कमलेश्वर, (एमआईडीसी), ताल (मिहान) क्रिम्स अस्पताल के जुड़े हैं।
नागपुर देश का हेल्थ रिसर्च सेंटर बने
नागपुर हेल्थ रिसर्च सेंटर तो बने यह कामना करने वाले डॉ समीर अरबट फुफ्फुस के जुड़ी कौन कौन सी बीमारियां होती हैं, उसकी खोज में भी अग्रसर है। चिकित्सा को प्रमाण आधारित विज्ञान मानने वाले डॉ. समीर अरबट का कहना है कि हर अच्छा डॉक्टर अपनी तरफ के मरीज की जान बचाने की पूरी कोशिश करता है, वह भगवान तो नहीं, लेकिन किसी देवदूत से कम नहीं होता। उपचार के दौरान किसी मरीज की मौत पर डॉक्टर को भी उतना ही दुख होता है, जितना उस मरीज के परिजनों को होता है। लंदन, पेरिस, मिलान (इटली) न्यूयार्क (अमेरिका), ढाका (बांग्लादेश) में फुफ्फुस रोग संबंधी रिसर्च पेपर प्रस्तुत करने वाले डॉ समीर अरबट को ढाका (बांग्लादेश) में आगामी ७ तथा ८ सितंबर २०१९ को इंटरनेशनल कांफ्रेंस के लिए आमंत्रित किया गया है। इसके बाद न्यूयार्क (अमेरिका) में २४ , २५ अक्टूबर को विदेशी वक्ता के रूप में आमंत्रित किया गया है।
सामाजिक गतिविधियां
२०१० से प्रवाह नामक सामाजिक संस्था के बैनर तले रक्तदान, वृक्षारोपण कार्यक्रम आयोजित कर चुके डॉ समीर अरबट के सामाजिक कार्यों की सूची बड़ी लंबी है। २०१० से लगातार नागपुर हिमोफिलिया सोसाइटी की ओर हिमोफिलिया जागरुकता कार्यक्रम हर साल मनाया जाता आ रहा है। जलसंचय के लिए व्यापक स्तर पर कार्यक्रम आयोजित करवा चुके डॉ. समीर अरबट के नेतृत्व में हर मंगलवार तथा बुधवार को क्रिम्स अस्पताल में मरीज तथा उनके रिश्तेदारों को दमा तथा एलर्जी से बचाव कैसे किया जाए, इसके बारे में निःशुल्क जानकारी दी जाती है। इसके अलावा प्रवाह के बैनर तले हर वर्ष ३१ मई को तंबाखु विरोध दिवस मनाया जाता है, इसमें लोगों से यह अपील की जाती है कि वे तंबाखु का सेवन न करें। तंबाखु शरीर के अंदर जाकर शरीर को किस तरह से नुकसान पहुंचाती है, इसके बारे में विशेषज्ञ डॉक्टरों की ओर से मार्गदर्शन किया जाता है।
लेखों के माध्यम से जागरूकता
इस तरह के सामाजिक कार्यों के अलावा डॉ समीर अरबट आकाशवाणी नागपुर के साथ साथ नागपुर से प्रकाशित होने वाले समाचार पत्रों लोकमत, दैनिक भास्कर, हितवाद में लगातार फुफ्फुस संबंधी रोगों से बचाव के बारे में लेख लिखकर जागरुकता फैलाते हैं। इसके अलावा रक्तदान शिविर, वृक्षारोपण, स्वच्छता अभियान का कार्यक्रम समय समय पर आयोजित किया जाता है। डॉ. समीर प्रवाह नामक एनजीओ के माध्यम से मरीजों के स्वास्थ्य संबंधी जागरूकता का संचार भी करते हैं। नागपुर आकाशवाणी तथा विविध भारती के माध्यम से मध्य भारत के कई क्षेत्रों में शिक्षा संबंधी कार्यक्रमों का संचालन पिछले कई वर्षों से कर रहे हैं।
भावी योजनाएं
प्रदूषण तथा धूम्रपान पर मागदर्शन करके कई लोगों को अच्छा तथा सुखी जीवन जीने का रास्ता दिखाने वाले डॉ. समीर अरबट ने बताया कि रामदासपेठ की मुख्य शाखा के अलावा मनीष नगर में २०१७ में एक शाखा और खोली गई, इसके अलावा अमरावती के रुख्मिणी नगर में भी क्रिम्स अस्पताल की एक शाखा है। यह शाखा २०१४ से कार्यरत है। इसके अलावा गोंदिया तथा छिंदवाडा में भी क्रिम्स अस्पताल की शाखाएं खोलने की योजना है। डॉ. समीर ने अपनी भावी योजनाओं के बारे में जानकारी देते हुए यह भी बताया कि क्रिम्स ने मालदीव में भी अपनी एक शाखा खोलने की इच्छा है। आने वाले दिनों में विदेश में भी क्रिम्स अस्पताल का विस्तार उनका दिव्वास्वपन है ।
युवाओं के लिए संदेश
पश्चिमी देशों में युवाओं में सन् १९९० से धूम्रपान करने वालों की संख्या में कमी आ रही है, जबकि भारत में धूम्रपान करने वालों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। युवाओं में बढ़ते व्यसन के प्रति चिंतित डॉ. समीर अरबट का कहना है कि पान मसाले, गुटके से संबंधित विज्ञापन टेलिविजन, समाचार पत्रों, पत्रिकाओं में प्रकाशित नहीं किए जाने चाहिए। नशीले पदार्थों का निर्माण करने वाली कंपनियां भले ही यह संदेश लिखते हों कि सिगरेट, बीड़ी पीना स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हैं, लेकिन इसका सेवन करने वाले उस संदेश की ओर जरा भी ध्यान नहीं देते। डॉ समीर अरबट को इस बात का बेहद अफसोस है कि नागपुर की युवा पीढ़ी खर्रा की इतनी आदि हो चुकी है कि उसे खाये बगैर युवकों का दिनचर्या शुरु नहीं होती।
Branches
1. KRIMS SUPER SPECIALITY HOSPITAL, 275, Central, Bazar Road, Ramdaspeth, Nagpur-440010
Ph. No. 0712-2451188, 6614565. Mob. 9225249101
2. KRIMS MULTI SPECIALTY HOSPITAL,Lane, opposite kachori lawn, Manish Nagar, Nagpur-15, (ms)
mob. 8669668566, ph. O712- 6609366, 6604566
Other Links:
https://dr-sameer-arbat.blogspot.com/
https://drsameerarbat.com/blog/
https://www.twipu.com/KrimsHospitals/tweet/1072840572069531650
https://twitter.com/KrimsHospitals/status/993379610887798786
https://www.credihealth.com/doctor/sameer-arbat-pulmonologist/overview
https://www.youtube.com/watch?v=0EpcKQk35LE
http://picdeer.org/dr.sameerashokarbat
https://www.eurekalert.org/pub_releases/2019-04/acoc-non040919.php
AWARDS
- 1st Prize for Best paper at Interventional Pulmonology League IPL2018, Mumbai, 3rd,June 2018.
- 2nd, Prize oral Presentation at BRONCOCON 2015, National conference for Bronchology and Interventional Pulmonology, Udaipur, April 2015.
- 3rd, the prize for or Oral Presentation at Napcon 2016, NAPCON 2016, National conference of pulmonary Diseases, Mumbai, 24th, Nov 2016.
- Indian chest Society Travel Grant Award for ERS 2018, Paris.
- Awarded young Achiever for Outstanding Contribution to Health by GNA, 2018.
WORKSHOPS
- BRONCOCON 2015, Udaipur- Workshop on Interventional Pulmonology.
- CRF January 2015- workshop, PFT, CRF Pune.
- Allergy and Immunotherapy workshop-Vidarbha chest Association-18th Dec 2016, Nagpur.
- Workshop on Non-Invasive Ventilation-Indian chest society ( West Zone), 12 Feb 2017, Nagpur.
- Workshop on EBUS-Jaypee Hospital, Noida, 30th, April 2017.
- Attended a workshop on Stents, Valves, EBUS, Denervation Therapy at ERS Milan, 11 Sept 2017.
- BRONCOCON 2018- Coimbatore, Fedruary 2018.
- IP National Updete 2018, Nagpur.
- Interventional Pulmonology League 2018, Mumbai, 3rd, June 2018
- Workshop on Advanced PFT, CRF, June 2018, CRF-Pune.
- Workshop on EBUS at NAPCON, November 2018, Ahmedabad.
WORK EXPERIENCE
- Assistant Professor at Jawaharlal Nehru Medical College &Acharaya Vinoba Bhave Rural Hospital, Sawangi (M), Wardha, Maharashtra ( June 2014 to July 2014
- Senior Registrar in Dept.of chest Medicine & EPRC, Seth GS Medical College& KEM, Hospital, Mumbai (August 2014 to August 2015)
- Trainee at Department of Bronchoscopy under Dept of Thoracic Oncology, Tata Memorial Hospital, Mumbai (August 2015)
- International Trainee at Thoracic Endoscopy Service of the pulmonary Diseases unit of the Azienda Ospedaliero-Universitaria, Ospedali Riuniti, Ancona, Italy ( February 2016 to April-2016)
- The observer at the Department of Emergency Medicine. Max Hospitals, Patparganj, New Delhi. ( April 2017).
- Visiting Trainee in interventional Pulmonologyy under Dr. Raju Goyal, Rajiv Gandhi Cancer Institute, New Delhi ( May 2017)
- Consultant pulmonologist at Department of pulmonology, KRIMS, Hospitals, Ramdaspeth, Nagpur. ( August 2015-January- 2016), May 2016 to at present).
OTHER ACHIEVEMENTS
- The first doctor in central India to have a fully functional Interventional Pulmonology unit with central India, s first EBUS and cryotherapy set-up. He has performed more than 500 Bronchoscopy procedures including cryotherapy, EBUS, and Endobronchial Debulking.
- Dr. Sameer,s Study on Clinical Profile of patients of Non-smoker COPD, Presented at American college of chest physicians (ACCP) chest congress 2019 was covered by more than five International News Agencies all over Asia.
- Organizing committee Mambar-ILD National update, 21st, February 2016, Nagpur.
- Organizing secretary- COPD Notional update, 26th, February 2017, Nagpur.
- Organizing secretary-VIPsummit, 6th August 2017, Nagpur.
- 0riganizing secretary-IP National update, 24 to-25th February 2018, Nagpur.
- Workshop Incharge- EBUS Workshop, NATCON, 2019, 4th,2019.
- Organizing secretary- VIP Summit, February 2019, Nagpur.
- Organizing secretary- Allergy& Asthma National update, 2nd – 3rd, March 2019, Nagpur.
- MOC at Vidarbha Hospital Association- symposium on Indian Healthcare scenario, 9 th, Fed 2017.
Dr. Sameer Ashok Arbat was awarded the prestigious Indian Chest Society Grant for Young Researcher & represented India at the European Respiratory Society Congress 2018 held at Paris, France. A total of 7 young doctors from all over India were selected for this grant.